
युवाओं को नशाखोरी में धकेलने वाली स्मैक की धंधेबाज मंजू निषाद, बेटे सुनील निषाद, बेटी माला के अवैध कमाई से खड़ी की गई 25 करोड़ की संपत्ति को शुक्रवार को कुर्क कर लिया गया। गैंगस्टर एक्ट में डीएम के आदेश पर पुलिस ने प्रशासनिक टीम की मौजूदगी में अमरूतानी में जाकर कार्रवाई की है। मंजू के मकान, जमीन सभी को कुर्क कर लिया गया है।
खबर है कि उसने मकान का नक्शा भी पास नहीं कराया है, जिसे आधार बनाकर बुलडोजर चलाने की भी तैयारी है। जल्द ही प्रशासन की टीम अवैध कमाई से बनी संपत्तियों को जमींदोज भी कर सकती है। शुक्रवार को कुर्क की गई संपत्तियों की कीमत 25 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके पहले पुलिस ने पंडिताइन की 13.5 करोड़ की संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की थी।
जानकारी के मुताबिक, अमरूतानी में स्मैक, कच्ची शराब का धंधा नया नहीं है। वर्ष 2001 में उजाड़ बस्ती अमरूतारी में स्मैक के धंधे की शुरुआत किशन कुमारी उर्फ पंडिताइन ने की थी। एक साल तक उसकी ओर किसी ने देखा तक नहीं। पहली बार 2002 में स्मैक का विरोध करने वाले कुछ लोग पहुंचे तो मारपीट हो गई।
पुलिस ने केस दर्ज किया और अफसरों के दबाव में जांच की गई तो नशे के धंधे में संलिप्तता का मामला सामने आया। लिहाजा, राजघाट, कोतवाली थाने में कई केस दर्ज किए गए। वर्ष 2008 में ट्रांसपोर्ट नगर के एक मकान को जब्त किया गया, लेकिन काम बंद नहीं हुआ।
इसी बीच 2014 में शंभू सोनकर स्मैक का धंधा करते हुए पकड़ा गया। फिर जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इस पूरे धंधे को मंजू अपनी बेटी माला और बेटे सुधीर के साथ मिलकर करने लगी। अब पुलिस ने उस पर कार्रवाई की है।
1,053 total views