
मेरठ हॉस्पिटल में मरीज के पर्चे पर दवाई का नाम लिखने की बजाय कोड लिखकर बिक्री का मामला बड़ा गंभीर है, यह मानते हुई डीएम दीपक मीणा ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन को एडीएम वित्त की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय समिति की जांच रिपोर्ट भेज दी है।
डीएम का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर हॉस्पिटल पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट के बाद न्यूटिमा हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई हो सकती है। सपा विधायक अतुल प्रधान पर जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगे हैं कि वह हॉस्पिटल का बिल पूरा दिए बगैर मरीज को तीमारदारों के साथ मिलकर ले गए थे। वहीं जांच रिपोर्ट में हॉस्पिटल पर विधायक द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि हुई है।
विधायक का आरोप था कि अस्पताल में मरीज के पर्चे पर दवाई का नाम नहीं, बल्कि कोड लिखा जाता है, जिसके चलते तीमारदार को मजबूरन हॉस्पिटल के अंदर मेडिकल स्टोर से ही दवाई चार गुना महंगी खरीदनी पड़ती है। सिक्योरिटी गार्ड, तीमारदारों के साथ बदसलूकी करते हैं। यह सभी आरोप जिला प्रशासन की रिपोर्ट में पुष्ट हुए हैं।
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