
जॉब कार्ड प्रधान के घर जमा करके काम कर रहे है मनरेगा मजदूर
मनरेगा मजदूरो की विवशता
सन्त कबीर नगर
17 दिसंबर 2021 नाथनगर विकासखंड मैं मनरेगा जाब कार्ड का अपना एक विशेष महत्त्व है ये सिर्फ मनरेगा मजदूरो की पहचान ही नही है बल्कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम का एक रोजगार परक पारदर्शी पहचान पत्र भी है जो वर्ष के 100 दिन मनरेगा मजदूरी के साथ बेरोजगारी मे भत्ता दिलाने का काम करता है । लेकिन जैसे ” जब मेड़ ही खेत खाने लगे तो फसल कौन बचाये ” कहावत किसान के लापरवाही को उजागर करता है ऐसे ही जाब कार्ड मे उच्चाधिकारियो की उदासीनता नजर आ रही है ।
जिसका विकास खण्ड मेहदावल के ग्राम पंचायत ददरा मे वर्षो से जाब कार्ड के बगैर मनरेगा कार्य और भुगतान हो रहा है । ऐसे ही कुछ एक और उदाहरण विकास खण्ड नाथनगर के ग्राम पंचायत अम्मादेई मे देखने को मिल रहा है जहां सड़क की पटरी पटौधन का दस दिन से कार्य कर रहे मनरेगा मजदूरो के पास जाब कार्ड नही है । उनके जाब कार्ड को ग्राम प्रधान द्वारा जमा करा लिया गया है ।
मनरेगा मजदूरो ने बताया कि मजदूरी दिन भरने एवं उसके भुगतान के निमित्त ग्राम प्रधान द्वारा जाब कार्ड को जमा करा लिया गया है । यही नही साइट पर उपलब्ध रहने वाला वह मास्टर रोल भी उपलब्ध नही था जिसमे मनरेगा मजदूरो के जाब कार्ड नम्बर दर्ज कर कार्य दिवस को दर्ज कर भुगतान कराता है । ऐसे मे यह कहना गलत नही होगा कि नियम का पालन न करने के पीछे अनियमितता को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है ।
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