
डी•जे•वाई• इंटर कॉलेज उतरौला में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
बलरामपुर
डी•जे• वाई• इण्टर कॉलेज, उतरौला, जनपद बलरामपुर, उत्तर प्रदेश में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी व मेला का आयोजन आभा विकास संस्थान, जनपद बस्ती, उत्तर प्रदेश व राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद के तत्वधान में आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रदर्शनी में रोचक भरी प्रतियोगिताओ का प्रदर्शन हुआ तथा बच्चों को ज्ञान और विज्ञान की जानकारी दी गयी। इस कार्यक्रम में नेशनल मॉडर्न पब्लिक जूनियर हाई स्कूल, उतरौला, जनपद बलरामपुर के अध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित हुए।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके मां सरस्वती की वंदना के द्वारा शुरुआत किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष, नेशनल मॉडर्न पब्लिक जूनियर हाई स्कूल, उतरौला प्रधानाचार्य पंकज चतुर्वेदी जी को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह तथा प्रसस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया गया।
पंकज चतुर्वेदी जी द्वारा बच्चों को विज्ञान के बारे में जानकारियां प्रदान की गई। इन्होंने अपनी वाणी द्वारा बच्चों को अपने जीवन में निरंतर अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि डी• जे• वाई• इण्टर कॉलेज, उतरौला, जनपद बलरामपुर के प्रधानाचार्य श्री बुनियाद हुसैन जी का अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह तथा प्रसस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया गया। इन्होने बच्चों को कोरोना महामारी से बचने के उपायों के बारे में बताया। इन्होंने बच्चों को बताया की हमे अधिक से अधिक कोविड का टीका लगवाना चाहिए। इन्होने कोरोना के नए रूप ओमीक्रोन के बारे में बच्चों को जानकारियां दीं। इन्होने कोरोना के टीकाकरण के लिए सभी को प्रेरित किया। श्री किशोर जायसवाल जी को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह तथा प्रसस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया गया, इन्होंने बच्चों के लिए प्रोत्साहित भाषण दिया। इनके द्वारा विद्यार्थी के जीवन में अध्यापक का महत्व बताया गया। इन्होने वायु प्रदूषण कैसे होता हैं तथा वायु प्रदूषण से बचाव के उपायों के बारे में बताया।
डीजेवाई इण्टर कॉलेज के व्यवस्थापक अविनाश यादव उर्फ श्यामू जी का अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह तथा प्रसस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया गया। इन्होंने आज डायरिया, टायफाइड, मलेरिया, आदि रोगों के बारे में बच्चों को बताया। इन्होने विज्ञान के योगदान के बारे में बताया कि किस तरह से आज विज्ञान के द्वारा हर कठिन कार्य को आसानी से कम समय में किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में सभी अध्यापक और अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं, सभी अध्यापकों को बैच लगाकर प्रसस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मानित किया गया। पूरा कार्यक्रम डॉ विनिता श्रीवास्तव की देखरेख में संपन्न हुआ।
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