
राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया स्वामी विवेकानंद जी का जयंती
देवरिया। 12 जनवरी विश्व एकता दिवस के अवसर पर विश्व गुरु स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर भाटपार रानी नगर में अपने आवास पर दीपक मल्ल (प्रदेश मंत्री भाजपा युवा मोर्चा) के नेतृत्व में कोविड प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम रखा गया।
उक्त कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दीपक मल्ल ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि- “स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कोलकत्ता के एक संपन्न कायस्थ परिवार में हुआ था उनके पिता हाईकोर्ट में प्रसिद्ध वकील थे , परन्तु स्वामी जी को बचपन से आध्यात्म से खासा लगाव था व ईश्वर को जानने व राष्ट्र में व मानव समाज में व्याप्त दुःख सन्ताप से चिंतित रहते थे अपने इसी प्रश्नों के साथ एक बार वे उस समय के महान संत स्वामी रामकृष्ण परमहंस से मिले व उनसे अपनी तमाम जिज्ञासाएं रखीं व उनके उत्तरों से प्रभावित होकर उन्होंने उनको अपना गुरु मान लिया व जल्द ही उनके सानिध्य में आ गए , इस तरह से एक विचारशील नवयुवक का सनातन धर्म की आध्यात्मिक दुनिया मे प्रवेश होता है , व बाद के वर्षों में हिन्दू धर्म संस्कृति का लोहा उनके वचनों व कर्मो से प्रभावित हो पूरी दुनिया मानती है।” स्वामी जी ने युवाओं से कहा था कि – उठो जागो व तब तक संघर्ष करो जब तक कि अपने लक्ष्य पर न पहुंच जाओ। सभी युवाओं ने पुष्पांजलि के पश्चात बैठ कर वर्चुअल माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी व माननीय भाजयुमो राष्ट्रीय अध्य्क्ष तेजस्वी सूर्या के वर्चुअल रैली को सुनने अपने अपने स्मार्टफोन से सहभागिता की ।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य रुप से भाजपा नेता एवं मंडल महामंत्री मंटु पटेल , मण्डल मंत्री सौरभ पटेल ,दिव्यादित्य मल्ल , मृत्यंजय कुशवाहा आदि युवा सम्मिलित रहे ।