
दिल्ली के छावला में साल 2012 में हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड में आज सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका डाली गई है, जिसके बाद चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इस मामले की सुनवाई और इसमें तीन जजों की बेंच के गठन के लिए तैयार हो गए हैं।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने मामले के तीन मृत्युदंड पाए दोषियों को रिहा कर दिया था। इन्हीं में से एक 26 जनवरी को हुई ऑटो चालक की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ है।
पुनर्विचार याचिका अदालत के सामने रखते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत ने मांग की है कि इस मामले में जल्द सुनवाई हो जो एक खुली अदालत में हो।
यह है मामला
छावला इलाके में साल 2012 में घटना को अंजाम दिया गया था जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। तीन युवकों ने इलाके की रहने वाली 19 साल की युवती को कार से अगवा कर लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसकी आंखों में तेजाब डालकर मार डाला। घटना 14 फरवरी 2012 की है।
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