
चित्रकूट जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी से नियमों के विपरीत मिलने वाली उसकी पत्नी निखत का चित्रकूट में एक दो दिन नहीं बल्कि लगभग दो माह तक डेरा रहा। इस दौरान उसने और उसके चालक नियाज ने सपा नेता फराज खान की मदद से जेल के अधिकारियों तक पैठ बनाई।
सोमवार को चित्रकूटधाम मंडल के डीआईजी विपिन मिश्रा ने रात को एसपी कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर बताया कि पुलिस रिमांड में मिली जानकारी के आधार पर सपा के जिला महासचिव को हिरासत में लिया गया है। अन्य सहयोगियों की तलाश में उसके घर में छापेमारी की गई है।
निखत व उसके परिजनों की मदद करने वालों की लंबी चेन है। इसकी कडियां जोड़ी जा रही हैं। इस नेता की जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को नगदी व गिफ्ट देने के अलावा हर मामले में मध्यस्थता की प्रमुख भूमिका है। मकान दिलाने व अन्य सुविधाओं के अलावा रुपये के लेनदेन, नगदी, बैंक से लेनदेन, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन व लाने लेजाने का भी काम किया है।
इसे स्थानीय स्तर पर मास्टर माइंड कहा जा सकता है। मकान मालिक से पूछताछ जारी है। डीआईजी ने बताया कि जेल अधिकारियों व कर्मचारियों में कोई फरार नहीं है। सभी कहीं न कहीं संबद्ध किये गए हैं। पूछताछ के लिए इन्हें बुलाया जाता है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना तय है। सभी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।
पत्रकार वार्ता में एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि निखत व उसके परिजन जिले में 18 दिसंबर को आए थे। इसके बाद कई जगह संपर्क किया। इस महीने में वह जेल नहीं पहुंची लेकिन जनवरी माह में सेटिंग हो जाने के बाद 25 दिन और फरवरी माह में 9 दिन मिलने पहुंची।
जनवरी में पांच व फरवरी में एक दिन वह किन्ही कारण मिलने नहीं पहुंची थी। दस फरवरी को वह जेल में नियमों के विपरीत मिलने पहुंचने पर कई आपत्तिजनक सामग्री के साथ पकड़ी गई थी।
बताया कि पुलिस रिमांड में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इंटरनेशनल कॉल व विदेशों से संबध की जांच कराई जा रही है। तीन टीमें इसकी जांच कर रही हैं। चित्रकूट जेल में यह सब खेल नगदी व गिफ्ट के लोभ में मिलीभगत कर किए गए हैं।
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