
बिजली कर्मियों के 72 घंटे हड़ताल पर जाने से पूर्व गुरुवार की शाम से ही चंदासी और बिलारीडीह विद्युत उप केंद्र की बिजली बंद हो गई। दोनो उपकेंद्रों से जुड़े करीब 70 गांव और पीडीडीयू नगर में रात के 11:00 बजे तक अंधेरा छाया रहा। बिजली विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का मोबाइल स्विच ऑफ था। ऐसे में हड़ताल की सूचना पर किए गए विभाग के पूरे इंतजाम ध्वस्त नजर आए।
बिलारीडीह उपकेंद्र से जुड़े 45 गांव में गुरुवार की दोपहर से ही बिजली सप्लाई बंद हो गई। देर शाम तक लोगों के इनवर्टर भी जवाब दे गए। फोन करने पर जीवनाथपुर के एसडीओ और लाइनमैन तक का मोबाइल स्विच ऑफ था। वही शाम आठ बजे के करीब चंदासी उपकेंद्र से जुड़े 20 से ज्यादा गांवों और पीडीडीयू नगर की बिजली कट गई। जो रात 11 बजे तक नहीं आ सकी थी। एसडीएम अविनाश कुमार ने बताया कि हड़ताल के चलते आपूर्ति बंद हुई है हम लोग आपूर्ति बहाल कराने का प्रयास कर रहे हैं।
पूर्व सांसद ने डीएम से की बात
बिलारीडीह उपकेंद्र के गांवों में दोपहर से कटी बिजली देर रात तक नहीं आयी। चंदौली के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने जिलाधिकारी निखिल फुंडे से फोन पर बात कर जल्द से जल्द विद्युत आपूर्ति की मांग की। सांसद ने बताया कि सरकार को मालूम है कि पहले से बिजली कर्मी हड़ताल पर जाने वाले हैं इसके बावजूद कोई इंतजाम नहीं किया गया जनता परेशान है और लाचारी में उसे नहीं समझ में आ रहा कि वह क्या करे। जनता की समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए। अगर यही हालात रहे तो लोग पानी और बिजली के लिए बिलबिलाते रहेंगे।
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