
बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के लिए बांदा जेल नई नहीं है। योगी सरकार में ही मुख्तार ने करीब 34 माह बांदा जेल में बिताए थे। हालांकि तब जेल में सुरक्षा का इतना हौव्वा नहीं रहा है, जितना अब है। बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद माफियाओं ने सुरक्षा का शोर किया।
इसके बाद से सुरक्षा पर खास जोर दिया जाने लगा। भाजपा सरकार बड़े अपराधियों और माफियाओं पर शिकंजा कस रही है। बांदा जेल में 30 मार्च 2017 से 21 जनवरी 2020 तक मुख्तार अंसारी बांदा जेल में रहा। कई बार मुकदमों की पेशियों में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मुख्तार को ले जाया जाता था।
सुरक्षा के नाम पर पुलिस के वज्र वाहन के साथ मात्र एक छोटे चौपहिया वाहन में पुलिस बल जाता था। गिने-चुने पुलिस कर्मी होते थे। कभी कोई बवाल नहीं हुआ। योगी सरकार में ही मुख्तार अंसारी को पंजाब भेजा गया। दो साल पूर्व इसी सरकार की पैरवी पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मुख्तार को बांदा वापस लाया गया।
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