इंसानी फितरत या शैतानी दिमाग! निकाह के समय साली की उम्र बहुत कम थी, तकरीबन 14 साल। जब वही बच्ची बालिग हुई तो जीजा की नजर उसपर आ गई। बीवी और चार औलादों की चिंता किए उसने साली के अपहरण की साजिश रची। ससुराल गया। बीवी की तबीयत नासाज़ बताई। देखभाल के लिए साली को साथ लिया और फरार हो गया। न घर पहुंचा, न बीवी की तबीयत नासाज़ थी। ससुराल वालों ने पुलिस तक फरियाद लगाई। अब नौ दिन बाद लड़की बरामद हुई है और उसे अगवा करने वाला जीजा पुलिस गिरफ्तर में है।
केस के अनुसंधानकर्ता दीपनारायण प्रसाद ने बताया कि अभियुक्त के घर से अपहृत लड़की को को बरामद किया गया है। सोमवार को उसका कोर्ट में 164 का बयान होगा। उन्होंने बताया कि अभी आरोपी के परिजनों फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है। कोर्ट में पीड़ित लड़की का बयान दर्ज कराने के बाद ही घटना स्पष्ट हो पाएगा। कोर्ट के निर्देश के अनुसार, लड़की को उसके परिजन को सुपुत्र किया जाएगा।
लड़की की मां की शिकायत पर FIR दर्ज
मामले में बानुछापर ओपी प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि अपहृत लड़की की मां की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। अपहृत लड़की को छापेमारी कर बरामद कर लिया गया है। कोर्ट के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लड़की की मां ने पुलिस को बताया है कि एक अप्रैल को दामाद आया हुआ था। वह अपनी पत्नी की तबीयत खराब बताकर छोटी बेटी को अपने घर ले जाने को कहा। इसके बाद पीड़ित के मां और पापा ने उसे आरोपी जीजा के साथ जाने दिया। कुछ देर बाद जब अपह्रत लड़की के मां ने अपनी बड़ी बेटी को फोन कर पूछा तो पता चला कि उसकी तबीयत खराब नहीं है। और ना ही उसके पति अपने साली को लेकर उसके पास गए है। इसके बाद वो लोग काफी खोजबीन किया। कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद अपहृत लड़की के मां-बाप ने अपने बेटी दामाद के घर पहुंचे। उसके साथ आरोपी दमाद के पिता ने मारपीट कर भगा दिया।
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