
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को विश्वविख्यात सोमनाथ मंदिर में पत्नी के साथ सोमनाथ भगवान के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि दर्शन का अलौकिक पुण्य प्राप्त कर मन शिवमय है। मान्यता है कि भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से सबसे पहला ज्योतिर्लिंग भगवान सोमनाथ हैं, जिनके दर्शन मात्र से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। शेखावत ने कहा कि देवाधिदेव सभी प्राणियों को शिवत्व प्रदान करें।
सौराष्ट्र-तमिल संगम में हुए शामिल
केंद्रीय मंत्री शेखावत सौराष्ट्र-तमिल संगम के अंतर्गत इंटरेक्शन विद लीडर्स कार्यक्रम में शामिल हुए थे और केंद्र सरकार की क्रांतिकारी नीतियों से आ रहे परिवर्तन पर विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत के कांसेप्ट की महत्ता को समझाने का प्रयास किया। शेखावत ने कहा कि सोमनाथ में इस अनूठे सांस्कृतिक मेलजोल के कार्यक्रम में शामिल होकर हार्दिक प्रसन्नता हुई। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करता यह आयोजन विविधता में एकता की भावना का प्रसार करता है।
इससे पहले, शेखावत ने तमिलनाडु से आए सांस्कृतिक-सामाजिक प्रतिनिधियों का वेरावल रेलवे स्टेशन पर स्वागत भी किया। अतिविशेष अतिथि एक स्पेशल ट्रेन से आए थे।
मंदिर के बारे में भी जानिए
सोमनाथ मंंदिर गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित है। मंदिर भगाव शिव को समर्पित है। सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में सर्वप्रथम ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि मंदिर का निर्माण स्वयं चंद्रदेव ने किया था। इसका उल्लेख ऋगवेद में स्पष्ट रूप से किया गया है। मंदिर के अत्यंत वैभवशाली होने के कारण इतिहास में कई बार मंदिर को क्षति पहुंचाई गई है। मंदिर के वर्तमान भवन के निर्माण का आरंभ लौहपुरुष ने आजादी से पहले ही करवा दिया था। दिसंबर 1955 को राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने मंदिर राष्ट्र को समर्पित किया। सोमनाथ मंदिर विश्व प्रसिद्ध धार्मिक और पर्यटन स्थल है।
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