
टमाटर के साथ ही हरी सब्जियों के दाम में आया उछाल
अधिकतर सब्जियों के दाम पहुंचे 40 से 50 रुपये किलो, बिगड़ा कीचेन का बजट
संवाद न्यूज एजेंसी
गोरखपुर। टमाटर एक बार फिर से लाल हो गया है। थोक मंडी में टमाटर की कीमत 50 से 60 रुपये किलो तक पहुंच गई है। वहीं फुटकर बाजार में टमाटर 70 से 80 रुपये किलो तक बिक रहा है। टमाटर के साथ-साथ अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। ज्यादातर सब्जियों के भाव फुटकर बाजार में 50 रुपये प्रति किलो को पार कर गए हैं।
भीषण गर्मी का असर हरी सब्जियों पर दिखने लगा है। थोक मंडी में टमाटर 15 दिन पहले पांच से सात रुपये किलो तक बिक रहे थे, वह अब 50 से 60 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। 15 दिन पहले थोक मंडी में भिंडी 20 से 25 रुपये किलो, परवल 20 से 25 रुपये किलो, नेनुआ 10 से 12 रुपये किलो, लौकी 10 से 12 रुपये किलो बिक रही थी, लेकिन वर्तमान में इन सब्जियों के भाव में दो से तीन गुने तक का उछाल आ गया है।
इसका असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। जो दुकानदार सब्जियों की कीमत किलो में बताते थे, वे अब ग्राहकों को सब्जियों के दाम पाव में बता रहे हैं, क्योंकि ज्यादातर सब्जियों के दाम 50 से 80 रुपये किलो के बीच पहुंच चुके हैं।
इसलिए बढ़े सब्जियों के भाव
मंडी से जुड़े जानकारों का कहना है कि सब्जियों के दाम बढ़ने के पीछे का कारण मौसम और लोकल सब्जियों की आवक नहीं होना है। नवंबर-दिसंबर से मंडी में लोकल सब्जियों की आवक शुरू हो जाती है। जून आते-आते लोकल सब्जियां मंडी से गायब होने लगती हैं। लोकल सब्जियों में टमाटर, नेनुआ, परवल, गोभी, लौकी, बैंगन, भिंडी आदि शामिल हैं। लेकिन, अब लोकल सब्जियों की आवक मंडी में नहीं हो रही है। इन दिनों टमाटर कर्नाटक और बेंगलुरू, परवल पश्चिम बंगाल और बलिया से आ रहा है। इसी तरह अन्य सब्जियों की आवक भी दूसरे राज्यों से हो रही है। ऐसे में सब्जियों के दाम में भारी बढ़ोत्तरी हो गई है।
सब्जियों के भाव
सब्जी थोक भाव (रुपये प्रति किलो) फुटकर भाव (रुपये प्रति किलो)
टमाटर 50-60 70-80
परवल 40-50 70-80
भिंडी 30-40 50-60
करेला 30-40 50-60
नेनुआ 30-40 50-60
लौकी 30-40 40-50
सतपुतिया 35-40 50-60
बैंगन 25-30 40-60
कोट
मंडी में लोकल सब्जियों की आवक नहीं हो रही है। इन दिनों सब्जियां दूसरे राज्यों से आ रही हैं। ऐसे में सब्जियों के दाम में इजाफा हुआ है। अभी कुछ दिनों तक सब्जियों के दाम से लोगों को राहत मिलने वाली नहीं है।
अवध गुप्ता, थोक व्यापारी
थोक मंडी में सब्जियां बहुत महंगी हो गई है। टमाटर के साथ ही अन्य सब्जियों के दाम में दो से तीन गुने तक का उछाल गा गया है। सब्जी महंगी होेने से ग्राहकों को ज्यादातर सब्जियों के भाव किलो की जगह पाव में बताना पड़ रहा है।
राजेश, फुटकर सब्जी विक्रेता
सब्जियों के दाम बहुत बढ़ गए हैं। इससे कीचेन का बजट बिगड़ने लगा है। जो सब्जियां हम किलोभर लेकर आते थे वह अब पाव या आधा किलो खरीद रहे हैं।
शालिनी, गृहिणी
15 दिन पहले सब्जियों के दाम ठीक थे, लेकिन इन दिनों सब्जियों के भाव काफी बढ़ गए हैं। सब्जियों के दाम बढ़ने का असर कीचेन के बजट पर पड़ रहा है।
अलका, गृहिणी
412 total views