
कानपुर की दूरी भले ही लखनऊ से महज 90 किमी. हो, पर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का यहां का किराया आसमान छू रहा है। कानपुर ही क्यों, हरदोई, प्रतापगढ़ जैसे कम दूरी वाले स्टेशनों का भी किराया सुनकर यात्रियों की सांसें फूल रही हैं। थर्ड व सेकंड एसी के किराये पर नजर दौड़ाएं तो लखनऊ से कानपुर का किराया 1100 रुपये, प्रतापगढ़ का 1490 व हरदोई का 1050 रुपये तक पहुंच गया है। ऐसे में रेलवे बोर्ड की मंशा, नीतियों व दावों पर सवाल उठना लाजिमी है।
त्योहार पर ट्रेनों में खासी मारामारी रहती है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के नाम पर रेलवे प्रशासन फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों को चलाता है, जिनका किराया सामान्य ट्रेनों से अधिक होता है। पर, यह बढ़कर इतना हो जाता है, जिससे आम यात्रियों का सफर मुहाल हो जाता है। लखनऊ से कानपुर जाने के लिए बरौनी-नई दिल्ली स्पेशल (02563) की थर्ड एसी में शनिवार को 370 सीटें खाली थीं, यात्रियों ने 1050 रुपये में टिकट बुक करवाए। इस ट्रेन का स्लीपर का किराया 385 रुपये था। यही नहीं डिब्रूगढ़-नई दिल्ली स्पेशल (02569) में कानपुर के लिए स्लीपर का किराया शनिवार को 415 रुपये पहुंच गया। थर्ड एसी में 169 सीटें खाली थीं, जिनकी बुकिंग 1100 रुपये में हुई।
दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल (05315) में 21 नवंबर को लखनऊ से हरदोई जाने वालों को थर्ड एसी के टिकट के लिए 1050 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। इसी ट्रेन में स्लीपर श्रेणी का टिकट 385 रुपये में बुक किया गया। हालांकि, इस ट्रेन के सेकंड सिटिंग क्लास यात्रियों को खासी राहत दे रही है। महज 75 रुपये के किराये पर ट्रेन सफर करवाएगी। ट्रेन में 493 सीटें खाली हैं। लखनऊ मेल में इसी तारीख में थर्ड एसी का किराया 555 रुपये है और अभी 11 सीटें खाली हैं। 21 तारीख में सेकंड एसी का किराया 760 रुपये दिखा और दो सीटें खाली हैं।
स्पेशल ट्रेन से प्रतापगढ़ जाना भी मुहाल
लखनऊ से मां बेल्हादेवी प्रतापगढ़ स्टेशन के लिए नई दिल्ली स्पेशल (04080) में रविवार को सेकंड एसी का किराया 1490 रुपये पहुंच गया। जबकि थर्ड एसी का किराया 1100 रुपये व स्लीपर का 415 रुपये है। इस रूट पर लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी में चेयरकार का किराया 315 रुपये है। वहीं, नीलांचल में थर्ड एसी का किराया 555 रुपये है।
दैनिक यात्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस उप्पल कहते हैं कि त्योहारों पर ट्रेनों में सीटों की मारामारी जगजाहिर है। ऐसे में फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की घोषणा ऐन मौके पर क्यों की जाती है? इतना ही नहीं, इनका संचालन आम ट्रेनों जैसा ही होता है, तो फिर किराया इतना महंगा क्यों? इस पर रोक लगनी चाहिए।
लखनऊ से एसी बसों का इतना है किराया
स्थान दूरी — किराया
कानपुर — 90 किमी. 257 रुपये
प्रतापगढ़ — 165 किमी. 470 रुपये
हरदोई — 130 किमी. 371 रुपये
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