
कानपुर शहर के पॉश इलाके स्वरूपनगर में बने लगभग 90 करोड़ रुपये के बंगले को सिर्फ 25.33 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। बिल्डर ने बंगला खरीदने के बाद उसे तोड़कर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने के लिए जब केडीए से नक्शा पास कराने की कोशिश की, तो मामले का खुलासा हुआ। इसी बीच बंगले पर अपनी भी दावेदारी बताकर कालपी रोड राधाकुंज निवासी हेमंतपत सिंहानिया के पौत्र व अरुणपत के बेटे अद्वेतपत ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में बंगले की बिक्री को अवैध बताते हुए वाद दायर किया है।
इसमें केडीए समेत 36 पक्षकार बनाए गए हैं। कोर्ट ने सम्मन जारी कर 15 दिसंबर को जवाब दाखिल करने को कहा है। कोर्ट में दायर वाद में अद्वेतपत ने कहा कि जुग्गीलाल कमलापत बैंकर्स एक साझेदारी फर्म है, जिसका कमला टॉवर में मुख्यालय है। इस फर्म में पदमपत, लक्ष्मीपत व कैलाशपत सिंहानिया ही तीन साझेदार थे। फर्म ने तब के गुटैया बी ब्लॉक और वर्तमान के स्वरूप नगर में 3844.51 वर्गमीटर जमीन कावनपोर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट, जो अब कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी बन गया है के जरिये भूतपूर्व मालिक करमा देवी से 15 मार्च 1939 को खरीदी थी।
811 total views