
प्रदेश के 32 जिलों में शादी से लेकर मौत तक के अनुदान में घोटाला
लखनऊ: लखनऊ समेत यूपी के 32 जिलों में शादी से लेकर मौत तक के अनुदान में घोटाला सामने आने के बाद लोकायुक्त से जांच कराने की मांग की गई है। लखनऊ के बख्शी का तालाब निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता ने शुल्क प्रतिपूर्ति, शादी अनुदान, पारिवारिक लाभ व वृद्धावस्था पेंशन समेत लखनऊ में हुए अनुदान में घोटाले की जांच लोकायुक्त से कराने की अपील की है।आरटीआइ कार्यकर्ता ने साक्ष्य के साथ जांच की मांग कर लखनऊ के जिला समाज कल्याण अधिकारी के बाबुओं के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। उनका आरोप है कि वर्षों से एक ही सीट और कार्यालय में तैनात होने से काकस बन गया है, जिससे कोई अधिकारी उन्हें हटाता ही नहीं है। पिछले साल लखनऊ समेत 32 जिलों की 184 आइटीआइ संस्थानों में शुल्क प्रतिपूर्ति में गड़बड़ी सामने आई थी। पारिवारिक लाभ योजना के तहत जिंदा लोगों का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर अनुदान की बंदरबाट किया था। 92 से अधिक मामले अकेले सरोजनीनगर व बंथरा में सामने आया था। जांच के बावजूद आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोकायुक्त को साक्ष्य के साथ भेजे गए आवेदन के बाद एक बार फिर जांच हो सकती है। वहीं उत्तर प्रदेश समाज कल्याण सुपरवाइजर परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष श्रीश पांडेय का आरोप है कि छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की जांच नियमानुसार जिला स्तरीय अधिकारी और तहसील स्तरीय समाज कल्याण पर्यवेक्षक की टीम बनाकर नहीं की गई।
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