
मेडिकल से जुड़ी सामग्री की आपूर्ति का झांसा देकर फर्म संचालक से एक करोड़ की जालसाजी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने सरोजनीनगर थाने में केस दर्ज कराया है।
आरोपी दंपती ने उप्र. चिकित्सा आपूर्ति निगम का जाली वर्क ऑर्डर दिखाकर ठगी की। इंस्पेक्टर संतोष आर्य के मुताबिक, नई दिल्ली पश्चिम विहार निवासी अनिल कुमार कालरा एसटीआरके इंजीनियरिंग के नाम से फर्म चलाते हैं।
मई में अनिल की मुलाकात आशियाना निवासी पुनीत भसीन से हुई। उसने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सा आपूर्ति निगम में उसे दवा व सिरिंज की आपूर्ति का टेंडर मिला है। काम बहुत बड़ा होने के कारण निवेशक तलाश रहा है।
आरोपी ने झांसा दिया कि एक करोड़ रुपये लगाने पर डेढ़ करोड़ तक का फायदा होगा। इसे वे आपस में बांट लेंगे।
पुनीत ने वर्क ऑर्डर दिखाया तो अनिल ने एराइज फर्म के खाते में पैसे जमा कर दिए। पीड़ित के मुताबिक, पुनीत ने उन्हें 50-50 लाख के दो चेक भी दिए थे।
एग्रीमेंट के मुताबिक अगस्त में पुनीत को मुनाफे समेत पैसे लौटाने थे। ऐसा न होने पर अनिल ने पुनीत को कॉल की। टालमटोल करने पर पीड़ित ने चेक अकाउंट में लगाए जो बाउंस हो गए। आरोप है कि धोखाधड़ी में पुनीत की पत्नी ऋतु भी शामिल है।
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