
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल के एक साल के दौरान पहले साल गोरखपुर को 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात मिली है। विश्व स्तरीय ढांचागत विकास व नागरिक सुविधाओं के लिए इस धनराशि का बड़ा हिस्सा रोड कनेक्टिविटी, शोधन समेत जलनिकासी की परियोजनाओं के लिए है।
दूसरी बार शपथ ग्रहण करने के बाद एक साल के दौरान मुख्यमंत्री की मौजूदगी में गोरखपुर में करीब डेढ़ दर्जन विकास परियोजनाओं के शिलान्यास-लोकार्पण समारोह हुए। शुरुआत मई में हुई। 15 मई को मुख्यमंत्री ने सड़क, बाढ़ सुरक्षा आदि से जुड़ी 33.16 करोड़ रुपये की 61 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व 111.33 करोड़ रुपये की 21 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। 15 मई को ही उन्होंने गीडा में बुनियादी सुविधाओं के विकास से संबंधित 144 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
जुलाई माह में 12 तारीख को सीएम ने सड़क, जलनिकासी व तटबंध सुरक्षा से जुड़े 299 करोड़ रुपये की 181 परियोजनाओं का लोकार्पण व 165 करोड़ रुपये के 27 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। 14 जुलाई को 6.01 करोड़ रुपये से मानसरोवर मंदिर व 1.64 करोड़ रुपये से मानसरोवर रामलीला मैदान का सुंदरीकरण कार्य के लोकार्पण हुआ। तीन अगस्त को उन्होंने नगर निगम की 125 करोड़ रुपये की 422 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।18 अगस्त को उन्होंने दक्षिणांचल के लोगों को बड़ी सौगात देते हुए कम्हरिया घाट पर 194 करोड़ रुपये की लागत से बने पुल का लोकार्पण किया। 26 सितंबर को 10.16 करोड़ रुपये से बने महंत अवेद्यनाथ स्टेडियम व 5.80 करोड़ रुपये से निर्मित प्रेक्षागृह का लोकार्पण किया।
18 अक्टूबर को नगर निगम की 215.97 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण तथा जीडीए के 62.84 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास सीएम योगी के हाथों हुआ। इसके अगले ही दिन 19 अक्तूबर को उन्होंने 2.12 करोड़ रुपये से बने नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उर्फ उनवल के नवनिर्मित भवन तथा 20.27 करोड़ रुपये की लागत वाले उनवल बाईपास सड़क का लोकार्पण किया। साथ ही 24 अक्तूबर को जंगल तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगियों व मुसहरों के साथ दिवाली मनाते हुए जिले की अलग अलग ग्राम पंचायतों के लिए 80 करोड़ रुपये के 288 विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया।
गोड़धोइया नाला और रामगढ़ताल के जीर्णोद्धार का भी किया शिलान्यास
इसके अलावा पांच नवंबर को बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वर्ण जयंती द्वार (मेन गेट) के लोकार्पण के अलावा फार्मेसी एवं नर्सिंग कॉलेज के छात्रों के लिए डबल सीटेड 100 कमरों के हॉस्टल के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने 27 नवंबर को 1822 करोड़ रुपये की चार प्रमुख परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसमें 474.42 करोड़ रुपये की लागत वाले गोड़धोइया नाला एवं रामगढ़ताल के जीर्णोद्धार तथा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन व ट्रीटमेंट के निर्माण से संबंधित परियोजना, 561.34 करोड़ रुपये की गोरखपुर सीवरेज योजना सी पार्ट टू, 96.50 करोड़ रुपये की लागत वाले जेल बाईपास फोर लेन पर खजांची चौराहे पर फ्लाईओवर, 689.35 करोड़ रुपये की लागत से भटहट से बासस्थान मार्ग के फोर लेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास शामिल है। इसी क्रम में उन्होंने 30 नवंबर को गीडा के स्थापना दिवस समारोह में 260 करोड़ रुपये के 49 विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें 69.58 करोड़ की लागत से सेक्टर 28 में प्लास्टिक पार्क के विकास कार्य, 33.92 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर 13 में बनने वाली फ्लैटेड फैक्ट्री तथा 27.26 करोड़ की लागत से सेक्टर 27 में 132 केवी विद्युत उपकेंद्र का शिलान्यास तथा 12.06 करोड़ रुपये की लागत से भीटी रावत गीडा सेक्टर 26 में बने विद्युत उपकेंद्र का लोकार्पण शामिल है।
शहर को दी सिक्सलेन फ्लाईओवर की सौगात
चार दिसंबर को योगी के हाथों शहर के पहले सिक्सलेन (टीपीनगर से पैडलेगंज) फ्लाईओवर समेत 950 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ। इसमें 429.49 करोड़ रुपये की लागत से टीपीनगर से पैडलेगंज तक बनने वाले सिक्सलेन फ्लाईओवर, 399.24 करोड़ रुपये से गोरखपुर उप मार्ग (देवरिया बाईपास) के फोरलेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य, 67.35 करोड़ रुपये की लागत से रामगढ़ताल नौकायन से देवरिया बाईपास तक फोरलेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य, 53.03 करोड़ रुपये की लागत से राप्ती नदी में गिरने वाले कटनिया/महेवा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन एवं ट्रीटमेंट से संबंधित परियोजना का शिलान्यास शिलान्यास शामिल ह।
केंद्रीय मंत्री के साथ रोड कनेक्टिविटी की बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया
चालू मार्च माह की 13 तारीख गोरखपुर में सड़क संजाल के उपहारों के नाम रही। इस तिथि को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ रोड कनेक्टिविटी की कई बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। केंद्रीय मंत्री व सीएम की मौजूदगी में 323 करोड़ की लागत वाली मोहद्दीपुर-जंगलकौड़िया फोरलेन, 94 करोड़ की लागत वाली भौराबारी से लेकर परतावल चौराहे तक सड़क, 70 करोड़ की लागत वाली बंगाली टोला से लेकर बरनहा पूरब पट्टी तक सड़क, 38 करोड़ की लागत वाली कुंई बाजार से लेकर गोला तक सड़क का लोकार्पण हुआ। साथ ही 2700 करोड़ रुपये की लागत से सोनौली-जंगल कौड़िया फोरलेन मार्ग, 2100 करोड़ की लागत से फोरलेन ग्रीनफिल्ड गोरखपुर बाईपास, 974 करोड़ की लागत से बड़हलगंज-मेहरौना घाट टू लेन पेव्ड शोल्डर के निर्माण, 593 करोड़ की लागत से हड़िया चौराहे से करमैनी घाट तक टू लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण, 403 करोड़ की लागत से सिकरीगंज-बडहलगंज टू लेन पेव्ड शोल्डर के निर्माण, 307 करोड़ की लागत से छपिया-सिकरीगंज टू लेन पेव्ड शोल्डर के निर्माण तथा 66 करोड़ की लागत से गोरखपुर-आनंदनगर रेलखंड पर रोड ओवरब्रिज के निर्माण कार्य का शिलान्यास हुआ। 13 मार्च को ही मुख्यमंत्री ने श्रीचित्रगुप्त मंदिर में 1.39 करोड़ रुपये की लागत से किये गये पर्यटन विकास व सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया।
सीएम की पहल पर गोरखपुर के खाते में भरपूर उपब्धियां
बीते छह साल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर के खाते में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज हैं। खाद कारखाना, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर की स्थापना का श्रेय उनके नाम है तो उन्होंने प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय, सैनिक स्कूल, अटल आवासीय विद्यालय, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी, वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह, फोरेंसिक लैब, पीएसी की महिला बटालियन, ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर, प्रदेश के पहले हाईटेक थाना जैसी अनेकानेक परियोजनाओं से गोरखपुर की झोली भर रखी है। उनकी पहल पर धर्मस्थलों को संवार कर पर्यटन का केंद्र बना दिया गया है तो दशकों तक उपेक्षित रहा रामगढ़ताल आज पर्यटन के नक्शे पर नजीर के रूप में चमक रहा है।
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