
कानपुर देहात। फतेहपुर जिले के जहानाबाद के चिल्ला मोड़ के पास दूध के टैंकर ने एक ऑटो में टक्कर मार दी। हादसे में दस लोगों की मौत हो गई। इसमें कानपुर देहात के मूसानगर निवासी एक ही परिवार से जुड़े पांच लोगों की मौत की सूचना पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
वहीं, परिवार व गांव के कई लोग फतेहपुर के लिए रवाना हो गए। गांव निवासी मृतक की बुआ रोते हुए कई बार बेहोश हो गई। होश में आने पर वह बार-बार यही कह रही थीं कि बिटिया-दामाद को यहां नहीं बुलाते तो पांच लोगों की जान बच जाती।
मूसानगर के रसूलपुर गांव बहादुर (55) की बेटी जशोदा (35) की शादी इटावा के बंगाली काॅलोनी में रहने वाले अनिल के साथ हुई थी। जशोदा अपने परिवार और अनिल के नाना अशर्फी लाल के साथ दिल्ली से एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए पांच दिन पहले रसूलपुर गांव आई थी।
बहादुर की बहन किरन ने बताया कि भाई अपनी बेटी के परिवार और रिश्तेदार के साथ मंगलवार को फतेहपुर के जहानाबाद निवासी एक रिश्तेदार के घर में आयोजित शादी समारोह में जा रहे थे। सभी लोग सवारी वाहन से कानपुर नगर के घाटमपुर पहुंचे।
वहां से एक ऑटो पर बैठकर जहानाबाद जा रहे थे। जहानाबाद के चिल्ला मोड़ के पास तेज रफ्तार दूध टैंकर ने ऑटो में टक्कर मार दी। हादसे में ऑटो पर सवार बहादुर की बेटी जशोदा, दामाद अनिल (38), नाती लव उर्फ छोटू (छह माह), नातिन पल्लवी (7), अशर्फीलाल (60) की मौत हो गई।
इन सभी के घर से निकलने के दो घंटे बाद हादसे की खबर मिली तो परिवार के लोग बिलख पड़े। घटने के बाद परिवार व गांव के कई लोग मौके पर रवाना हो गए। इससे गांव में सन्नाटा पसर गया। किरन ने बताया कि परिजन व रिश्तेदार पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को मृतकों के शव लेकर गांव आएंगे।
9,247 total views