
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सभी सीएमओ व सीएमएस को निर्देश दिया है कि प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को कम से कम 72 घंटे अनिवार्य रूप से अस्पताल में भर्ती रखें। जहां भी तत्काल डिस्चार्ज करने की सूचना मिलेगी संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पाठक ने कहा कि प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की सेहत के लिए 72 घंटे का समय काफी अहम होता है।आमतौर पर सामान्य प्रसव में परिजन जच्चा-बच्चा को जल्द डिस्चार्ज करने का दबाव भी बनाने लगते हैं, जो गलत है। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर स्वास्थ्य इकाइयों में आने को प्रोत्साहित करें और उन्हें प्रसव के बाद मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दें।
रामपुर व हरदोई मामले में जांच के आदेश
हरदोई की बिलग्राम सीएचसी में कर्मचारियों पर रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि रिश्वत न देने पर गर्भवती को भर्ती नहीं किया और इलाज के अभाव में शिशु की मृत्यु हो गई। उप मुख्यमंत्री ने सीएमओ को जांच कर सप्ताहभर में रिपोर्ट देने को कहा है। इसी तरह रामपुर जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में धूम्रपान करने संबंधी मामले में जांच के निर्देश देते हुए सीएमओ को रिपोर्ट देने को कहा है।
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