
गोरखपुर जिले के बांसगांव क्षेत्र के चाड़ी गांव में बुधवार सुबह दबिश के दौरान गैर इरादतन हत्या की कोशिश के आरोपी किसान रामसकल यादव (50) की मौत हो गई। आरोप है कि भागने के दौरान पीछा करते समय सिपाहियों ने लात मार दी, जिससे वह गिर गए और जान चली गई। जबकि, पुलिस ने लात मारने से इनकार किया है। उधर, बेहोशी के हालत में जिला अस्पताल लाए गए रामसकल को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
रामसकल की बेटी रिंकी ने बताया कि गन्ना काटने को लेकर मिश्री यादव के बेटे साधु यादव, रामबचन, शिवबचन, रामदरश द्वारा मेरे पापा और मम्मी को मारा पीटा गया, जिसमें मिश्री द्वारा बांसगांव थाने में मारपीट की धारा में केस दर्ज कराया गया। राधे यादव व रामसकल यादव को अभियुक्त बनाया गया। बाद में विवेचना के दौरान विवेचक सुनील शर्मा ने धारा 308 बढ़ा दी। जब पुलिस पापा को पकड़ने के लिए आई, उस समय वह खाना खा रहे थे।
पुलिस को देखकर देवराड़ गांव की ओर भागे। पीछे से पुलिस दौड़ा रही थी। मिश्री और उनके लड़के तथा परिवार के लोगों ने पापा को चारों तरफ से घेर लिया। जबतक हम मौके पर पहुंचे, तब तक पापा मार खाकर बेहोश हो गए थे और उनके मुंह से झाग निकल रहा था। लौटकर मैंने मम्मी को बताया कि पुलिस वालों ने पापा की जान ले ली है। हालांकि, तब तक पुलिस उन्हें लेकर बांसगांव चली गई थी।
छह बच्चों के पिता थे रामसकल
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