
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य एवं इस्लामिक स्कॉलर मौलाना खलीलुर्रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो देश का संविधान बदल दिया जाएगा। मौलाना ने कहा कि केन्द्र सरकार के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देबरॉय के लेख ने भाजपा सरकार की मंशा को पुख्ता कर दिया है।
मौलाना नोमानी ने बयान जारी कर कहा कि पहले जब बुद्धिजीवी वर्ग कहता था कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो संविधान बदल देगी। तब लोग उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते थे। मौलाना ने कहा कि केन्द्र सरकार के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देबरॉय का आर्टिकल 15 अगस्त को छपा था, जिसमें उन्होंने कहा कि अब संविधान बदलने पर विचार करना चाहिए और देश के लिए नया संविधान पेश करना चाहिए। उनके लेख के बाद अब कोई शंका नहीं रह गई।
मौलाना नोमानी ने कहा कि जब संविधान के रहते दलित, ओबीसी, सिख, ईसाई, मुसलमान, आदिवासी वर्ग के 85 फीसद लोगों पर अत्याचार हो रहा है तो अगर संविधान ही बदल जाएगा तब क्या होगा? उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के निर्माताओं ने देशवासियों को ऐसा संविधान दिया जिसमें भाषा, रंग रूप, खानपान और परम्पराओं में विभिन्नता होते हुए भी पूरे देश को एक सूत्र में बांध दिया। संविधान बदल कर इसे तोड़ने की तैयारी की जा रही है। मौलाना नोमानी ने कहा कि मणिपुर, यूपी, हरियाणा इसकी सबसे बड़ी मिसाल है।
उन्होंने देश से मोहब्बत करने वाले देशवासियों से अपील करते हुये कहा कि एक अच्छे भारत के लिये शत प्रतिशत वोट करें। उन्होंने कहा कि वोटर आईडी कार्ड और मतदाता सूची की गलतियों को ठीक करवाने में एक दूसरे की मदद करें, ताकि किसी को वोट देने के अधिकार से वंचित न किया जा सके। मौलाना ने कहा कि कुछ विदेशी ताकतें हमारे मुल्क को बर्बाद करने के लिए काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने देश के सामने एक उम्मीद की किरण जगाई है जब पटना और बंगलौर की मीटिंग के बाद देश को संदेश दिया कि अब इंडिया लड़ाई लड़ेगा और इंडिया उठेगा। मौलाना नोमानी ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि मणिपुर में महिलाओं को नग्न करके उनकी वीडियो बनाई गई, इससे वीभत्स क्या हो सकता है?
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