
गोरखपुर मंडल के चारों जिले मिलाकर इस साल 450 से अधिक डेंगू मरीज चिन्हित हैं। इन मरीजों के उपचार के लिए मंडल में ईटीसी (अर्ली ट्रीटमेंट सेंटर), पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पिकू), मिनी पिकू, जिला स्तरीय अस्पतालों के डेंगू वार्ड और मेडिकल कॉलेज मिलाकर 1000 से अधिक बेड उपलब्ध हैं। बुखार होने पर अपने मन से दवा खाने के बजाय सीधे सरकारी अस्पताल पहुंचें।
एडी हेल्थ गोरखपुर मंडल डॉ. आईबी विश्वकर्मा ने कहा है कि बुखार का लक्षण दिखने पर बिना चिकित्सक की सलाह के दवा खाने से मुश्किलें बढ़ जाती हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। डेंगू भी वायरल बुखार है। इस बीमारी के 95 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की भी जरूरत नहीं पड़ती।
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