
सीतामढ़ी के दो अलग-अलग नर्सिंग होम में दो महिलाओं की मौत हुई है। घटना के बाद दोनों के परिजन हंगामा करने लगे। डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर उनपर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिजनों का आरोप लगाकर डॉक्टर और स्टाफ छोड़कर फरार हो गए। इधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत करवाया।
पहली घटना सोनबरसा कस्टम कार्यालय रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में हुई। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद एक महिला की मौत हो गयी। इसके बाद परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल किया। परिजनों ने घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतका की पहचान सोनबरसा थाना अन्तर्गत इंदरवा पंचायत के पड़रिया वार्ड नौ निवासी रबील कुमार की पत्नी कृष्णा कुमारी (20) के रूप में की गई। परिजनों के हंगामा के बाद चिकित्सक और स्टॉफ नर्सिंग होम छोड़कर फरार हो गए। परिजनों ने प्रसव पीड़ा होने पर उसे भर्ती कराया था।
पेट चीरने के बाद बच्चा को पेट से बाहर निकाल दिया
परिजनों का आरोप है कि डॉ. एम कुमार ने बिना जांच रिपोर्ट आए ही भर्ती करने के दस मिनट बाद प्रसूता का गलत ढंग से पेट चीरने के बाद बच्चा को पेट से बाहर निकाल दिया। जब तक सबकुछ समझ पाते, तब तक डॉ. ने प्रसूता को चीरा लगे स्थान पर बिना टांके के ही कपड़े में लपेटकर निजी गाड़ी में लादकर शांतिनगर रोड स्थित एक क्लिनिक में भर्ती करवा कर मौके से फरार हो गया। जब वह लोग सीतामढ़ी उक्त हॉस्पिटल में पहुंचे तो डॉ. शैलेन्द्र किशोर कुशवाहा ने बताया कि मरीज का यूरिन ब्लडर काट दिया गया है। अत्याधिक रक्त स्राव और पेट में इन्फेक्शन के कारण मरीज को रिकवर करना मुश्किल है। इसके बाद नाराज मृत प्रसूता के परिजन पूरे ग्रामीणों के साथ हॉस्पिटल पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर स्थानीय सोनबरसा एसआई भवानी कुमारी ने दल-बल के साथ हॉस्पिटल पहुंची। पूछताछ कर परिजनों को शांत कराते हुए आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस कर्मियों ने नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। नर्सिंग होम में पाये गये पैड पर डॉ. कौशल कुमार और डॉ. गुंजन कुमारी का नाम अंकित है। नर्सिंग होम के बाहर लगे फ्लैक्स पर इन दोनों चिकित्सक के अलावा डॉ. आर.के. ठाकुर का भी नाम लिखा है।
चिकित्सक ने महिला को सीतामढ़ी रेफर कर दिया
वहीं दूसरा मामला के सुरसंड थाना रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में बीती रात ऑपरेशन के दौरान टेबल पर ही एक प्रसूता की मौत से हो गई। इससे आक्रोशित परिजनों ने निजी हॉस्पिटल में जमकर तोड़फोड़ की। निजी नर्सिंग होम स्थित दवा दुकान, कथित ऑपरेशन थियेटर, कुर्सी, टेबल सहित सभी सामान को तोड़ दिया। मामले में सीएचसी प्रभारी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि नर्सिंग होम को सील कर संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है। थाना क्षेत्र के वीरपुर गांव के वार्ड दो निवासी दीपक शर्मा की पत्नी मनीषा देवी (24) को परिजन प्रसव के लिए स्थानीय सीएचसी लाया। वहां से चिकित्सक ने महिला को सीतामढ़ी रेफर कर दिया। इस दौरान महिला के पति दीपक शर्मा सलाह-मशवरा के लिए महिला को गांव के रिश्ते के चाचा और नर्सिंग होम के संचालक बाजपट्टी थाना क्षेत्र के पथराही गोट निवासी डॉ. कौशल कुमार से मिले।
ऑपरेशन के दौरान टेबल पर ही महिला की मौत हो गयी
चिकित्सक ने उसके पति को बरगलाते हुये यहीं ऑपरेशन कर बच्चा निकालने की बात कही। चिकित्सक ने ऑपरेशन के लिए सत्तर हजार रुपये की मांग की। साथ ही पति को आनन-फानन में पचास हजार रुपये जमा करने को कहा। दीपक शर्मा ने बताया कि वह अपनी पत्नी के लिये कहीं से पचास हजार रुपये की व्यवस्था करते हुये चिकित्सक के पास जमा करा दिया। इसके बाद चिकित्सक ऑपरेशन के लिए एक कामचलाऊ ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर महिला का ऑपरेशन शुरू कर दिया। ऑपरेशन के दौरान टेबल पर ही महिला की मौत हो गयी। बच्चा सुरक्षित बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही नर्सिंग होम के बाहर और अंदर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गयी। आक्रोशित लोगों ने नर्सिंग होम में तोड़-फोड़ शुरू कर दी।
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