June 23, 2025

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हाथ-पैर बंधे… अर्द्धनग्न थे दोनों, कत्ल से पहले किशोरों के साथ किया था ये काम; फिर भी दरिंदे को छोड़ा

गोरखपुर के सहजनवां इलाके के भक्सा गांव में अभिषेक (14) और उसके ममेरे भाई प्रिंस (12) की हत्या से पहले कुकर्म की कोशिश हुई थी। असफल होने पर दोनों हत्यारोपियों ने चाकू से गला रेतकर उनकी हत्या कर दी थी।

24 जनवरी को गांव के सिवान में दोनों का हाथ-पैर बंधा और मुंह में कपड़ा ठूंसा शव मिला था। उधर, मुख्य आरोपी के बयान के बाद भी उसके दोस्त को छोड़ दिया गया। अब पुलिस मुख्य आरोपी का वैज्ञानिक परीक्षण (नार्को टेस्ट) कराने की तैयारी में जुटी है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मामले के मुख्य आरोपी भक्सा निवासी सत्य स्वरूप उर्फ कुंवर यादव ने पकड़े जाने के बाद बाल संरक्षण अधिकारी के सामने यह बयान दिया है। सत्य स्वरूप ने बताया कि 23 जनवरी की शाम गोरखनाथ इलाके के हुमायुंपुर निवासी दोस्त के साथ अभिषेक और प्रिंस के पीछे गया था।

गांव के सिवान में दोनों को पकड़कर हाथ-पैर बांध दिए थे। उसने बताया कि उसके दोस्त ने अभिषेक और प्रिंस के साथ कुकर्म करने की कोशिश की, लेकिन शोर मचाने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाया। इसके बाद अपने पास से चाकू निकालकर अभिषेक की गर्दन रेत दी थी। इसी तरह प्रिंस की भी गला रेतकर हत्या कर दी थी।

34 पन्ने की रिपोर्ट में दूसरे आरोपी को क्लीनचिट
सहजनवां पुलिस ने विवेचना कर सत्य स्वरूप कुंवर यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने 34 पन्ने की रिपोर्ट दाखिल की है। इसमें सत्य स्वरूप के बयान देने के बाद भी उसके हुमांयूपुर के दोस्त को आरोपी नहीं बनाया है।

हुमायूंपुर के आरोपी की तरफ से उसके दो दोस्तों ने बयान दिया है। इसे रिपोर्ट में जोड़ा गया है। इसमें लिखा है कि दूसरे आरोपी के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिलने के कारण उसे पूछताछ कर छोड़ दिया गया है। इसके बाद से ही दूसरे आरोपी को क्लीनचिट दिए जाने की चर्चा शुरू हो गई है।

आरोपी का कराया जाएगा वैज्ञानिक परीक्षण
गीडा सीओ रत्नेश्वर सिंह ने बताया कि अभी दूसरे आरोपी को क्लीनचिट नहीं दी गई है। एक आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर विवेचना जारी है। जेल में बंद सत्य स्वरूप कुंवर यादव का वैज्ञानिक परीक्षण कराया जाना है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अधिवक्ता ने गिनाईं विवेचना की खामियां
सिविल कोर्ट के अधिवक्ता नीरज शाही पीड़ित पक्ष की तरफ से इस केस की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विवेचना में काफी खामियां हैं। इसका फायदा आरोपियों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि आरोपी ने बाल संरक्षण अधिकारी के सामने बयान दिया था, इसके बाद भी पूछताछ कर दूसरे आरोपी को छोड़ दिया गया।

बिना कोई ठोस साक्ष्य के केवल दोस्तों के बयान देने पर उसे क्लीनचिट दे दी गई। अज्ञात को दिखाकर केस प्रचलित दिखा दिया गया है। घटना को देखने वाला कोई गवाह नहीं है। इससे यह लग रहा है कि केस को कमजोर किया जा रहा है। इस केस की निष्पक्ष विवेचना के लिए पीड़ित पक्ष की ओर से हाईकोर्ट में एक प्रार्थना पत्र डाला जा रहा है।

23 जनवरी को लापता हुए थे किशोर
सहजनवां के भक्सा गांव निवासी अभिषेक (14) और उसके ममेरे भाई प्रिंस (12) 23 जनवरी को गांव के सिवान की तरफ साइकिल से घूमने गए थे। इसके बाद घर वापस नहीं आने पर परिजनों ने सहजनवां थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। अगले दिन 24 जनवरी को दोनों का शव सरसों के खेत में मिला था।

दोनों का गला रेता गया था और हाथ-पैर बंधे थे। अभिषेक के बड़े पिता दिनेश की तहरीर पर अज्ञात पर केस दर्ज किया गया था। इसके बाद जांच कर पुलिस ने सत्य स्वरूप को गिरफ्तार किया था। वह वर्ष 2023 में कुकर्म के मामले में बाल सुधार गृह में करीब आठ माह रह चुका था।

घटना के मुख्य आरोपी के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई है। दूसरे आरोपी से पूछताछ की गई है। अभी जांच जारी है। मुख्य आरोपी का वैज्ञानिक परीक्षण कराया जाएगा।– रत्नेश्वर सिंह, सीओ, गीडा