मेरठ/बागपत। प्रशांत यादव की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पिता जुगेंद्र सिंह यादव मां कमलेश और तीनों बहनों की हालत बिगड़ गई। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद बेटे का शव घर पहुंचा तो चीत्कार मच गया। प्रशांत तीन बहनों का इकलौता भाई था। परिजनों का हाल देखकर हर किसी की आंख नम हो गई। लोग बस यही कहते रहे कि इतनी छोटी सी बात पर परिवार को जिंदगी भर का गम दे दिया।
प्रशांत यादव के दोस्त अनीस पेरावाल ने बताया कि जब दोनों गाजियाबाद से बस में बैठे तो परिचालक ने यही कहा था कि बस रोहटा रोड से जाएगी। लेकिन परतापुर बाईपास पर अचानक उसने बस बागपत रोड पर मोड़ दी। अगर परिचालक झूठ बोलकर नहीं बिठाता तो वह दूसरी बस में आ जाते। अनीस का कहना था कि प्रशांत को जब धक्का दिया तो उसने ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा, लेकिन उसने नहीं सुनी। प्रशांत के पिता की हालत देखकर टीपीनगर थाने में पुलिसकर्मी भी यही कहते रहे कि परिचालकों की गलती से घर का इकलौता चिराग बुझ गया।
टीपीनगर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी चालक जितेंद्र और परिचालक अखिलेश एवं नाहर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। तीनों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।