January 21, 2025

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खाकी हुई दागदार रक्षक सिपाही महिला पर साथ रहने का बना रहा था दबाव इंकार करने पर कर दी घिनौनी हरकत

खाकी एक बार फिर दागदार हुई है। रक्षक सिपाही ने ही साथ रहने का दबाव बनाने पर महिला व्यवसायी दिव्या अग्रहरि की गला दबाकर हत्या की थी। सोमवार सुबह पति की तहरीर पर सिपाही पर केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने ककवा मार्ग से उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ के आधार पर घटना में प्रयुक्त बाइक व दुपट्टा बरामद किया गया है।

अमेठी कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर रोड स्थित महिला व्यवसायी दिव्या अग्रहरि की हत्या मामले में पति के आरोप सही साबित हुए। इसी के साथ 30 घंटे तक पति आलोक अग्रहरि को हिरासत में लेकर मामले को दबाने की कोशिश भी असफल साबित हुई। रविवार को हंगामे के बीच पुलिस ने किसी तरह देर रात परिजनों पर दबाव बनाकर सुल्तानपुर के गोमती नदी घाट पर अंतिम संस्कार करवा दिया।इसके बाद पुलिस ने पति की तहरीर पर सोमवार सुबह औरैया जिले के फफूद थाना क्षेत्र के कनौति गांव निवासी व वर्तमान में डायल 112 में तैनात सिपाही रवि कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

कार्रवाई के नामपर पुलिस पूरे दिन गुमराह करती रही। देर शाम पुलिस ने हाईप्रोफाइल मामले की मीडिया ब्रीफिंग की बजाय प्रेस नोट जारी कर महिला व्यवसायी की हत्या का खुलासा करने का दावा किया।किरायेदार से भी पुलिस ने दो दिन तक की पूछताछशनिवार को दिव्या की मौत के बाद उसके मकान में रहने वाले एक किरायेदार को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। चार अन्य लोग भी हिरासत में लिए गए थे। सूत्रों के अनुसार किरायेदार ने लाइट ऑन करने के लिए तीन बार दिव्या को फोन किया था, पर फोन नहीं उठा था। किरायेदार के परिजन दो दिन थाने के सामने ही बैठे थे।दिव्या कपड़े का व्यवसाय करती थीं।

सिपाही से थोक व्यापारी को भेजवाए थे रुपये

सूत्रों के अनुसार शहर के एक थोक व्यापारी के खाते में दिव्या ने 11 नवंबर को रवि कुमार के खाते से 4600 रुपये भेजवाए थे। घटना के बाद थोक व्यापारी ने भेजे गए पैसे का स्क्रीन शॉट दिव्या के परिजनों को देने के साथ ही सार्वजनिक कर दिया। परिजनों का कहना था कि अक्सर पैसे के लेनदेन के लिए सिपाही घर आता-जाता रहता था। चर्चा है कि पांच लाख रुपये की मांग सिपाही से दिव्या ने की थी। इसी कारण सिपाही ने उसे रास्ते से हटा दिया।

रविवार तड़के पुलिस ने दोबारा की कमरे की जांचरविवार तड़के पुलिस परिजनों को लेकर घर पहुंची। दिव्या का शव जिस कमरे में मिला था, उसी कमरे की पुलिस ने दोबारा जांच शुरू की। दिव्या के भाई और पति से गले में कसे हुए दुपट्टे की जानकारी लेते हुए कमरे की दोबारा वीडियोग्राफी भी की। इसके बाद पुलिस वापस चली गई।

सीएचसी पर दो बार मेडिकल की चर्चा

आरोपी सिपाही के मेडिकल के लिए दो बार अमेठी सीएचसी को जानकारी दी गई, जिससे अस्पताल में सब तैयारी पूरी कर ली गई। लेकिन, अमेठी सीएचसी में सिपाही को मेडिकल के लिए नहीं ले जाया गया।परिजनों से मिले जिला पंचायत अध्यक्षघटना के बाद दिव्या के घर जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि पहुंचे और पुलिस के उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच कराकर आरोपी पर कड़ी करवाई की बात कही। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा पीड़ित परिवार के साथ हैं। पुलिस को जांच के नाम पर मनमानी नहीं करने दी जाएगी।

पति बोला…किससे करते शिकायत

मृतका दिव्या के पति आलोक ने बताया कि तीन महीने पहले पत्नी से मामूली कहासुनी हुई थी, जिसपर दो सिपाही मौके पर आए थे। आरोपी सिपाही ने पत्नी का पक्ष लेकर काफी कुछ कहा। इसके बाद वह अक्सर घर आने लगा। आखिर पुलिस की शिकायत किससे करते।कैमरे से बचने के लिए पीछे से आता था सिपाहीचर्चा है कि दिव्या के घर के सामने एक वरिष्ठ अधिवक्ता रहते हैं। उन्होंने घर पर सीसीटीवी कैमरा लगा है। यह बात सिपाही को पता थी। यही कारण था कि वह कैमरे से बचने के लिए पीछे से घर में दाखिल होता था।विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज व दिव्या के मोबाइल की कॉल डिटेल की मदद से मामले का अनावरण किया गया है। आरोपी सिपाही रवि कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मामले में निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से जांच करने के बाद कार्रवाई की गई है। सिपाही ने हत्या की बात स्वीकार की है।