
लखनऊ/गोंडा, उत्तर प्रदेश | 23 अगस्त 2025
गोंडा के झंझरी देहात कोतवाली क्षेत्र में धान के खेत में 17 वर्षीय दलित किशोरी की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। सुनसान इलाके में खेत में अकेली किशोरी को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई जा रही है। परिजनों और ग्रामीणों ने दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। घटना ने स्थानीय समुदाय में दहशत और आक्रोश पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
घटना शुक्रवार दोपहर की है, जब किशोरी अपने खेत में धान की निराई कर रही थी। परिजनों के मुताबिक, किशोरी की मां अपने पति को कमर दर्द के कारण अस्पताल ले गई थीं, जिसके चलते किशोरी खेत में अकेली रह गई थी। कुछ घंटों बाद जब मां लौटीं, तो किशोरी न तो खेत में थी और न ही घर पहुंची थी। तलाश करने पर उसका शव पास के एक खेत में पड़ा मिला। शव पर चेहरे, हाथ और पैरों पर गंभीर जख्म थे, और घटनास्थल पर संघर्ष के निशान भी मिले, जो इस वारदात में एक से अधिक लोगों के शामिल होने की ओर इशारा करते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि घटनास्थल के पास एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, लेकिन आसपास का इलाका बेहद सुनसान है। पीड़ित परिवार ने खेत की रखवाली के लिए मचान बना रखा था, लेकिन किशोरी उस समय अकेली थी। ग्रामीणों का मानना है कि सुनसान इलाके का फायदा उठाकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
गोंडा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल ने घटनास्थल का मुआयना कर पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि वारदात के खुलासे के लिए पांच विशेष टीमें गठित की गई हैं, जिनमें स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) और सर्विलांस टीमें शामिल हैं। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज और सक्रिय मोबाइल डेटा के आधार पर संदिग्धों को चिह्नित कर रही है। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जो दुष्कर्म की पुष्टि कर सकती है।
किशोरी के पिता ने पुलिस को तहरीर देकर दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छापेमारी तेज कर दी है।
पीड़ित परिवार और सामाजिक प्रतिक्रिया
किशोरी तीन भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटी थी। पिछले साल उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, लेकिन इसके बाद पढ़ाई छोड़कर मां के साथ घरेलू कामों और खेती में मदद कर रही थी। उसके दो भाई मुंबई में रहते हैं, जबकि एक भाई घर पर है। इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। ग्रामीणों में इस क्रूर अपराध को लेकर भारी आक्रोश है, और गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
जांच में प्रगति
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा के विश्लेषण से जल्द ही महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। एसपी जायसवाल ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, ग्रामीणों ने मांग की है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस गश्त बढ़ाई जाए और सुनसान इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
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