October 10, 2025

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कानपुर: 14 वर्षीय किशोरी के साथ चार युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

कानपुर, उत्तर प्रदेश | 21 अगस्त 2025

कानपुर के ककवन थाना क्षेत्र में एक 14 वर्षीय दलित किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। चार युवकों ने किशोरी को अगवा कर सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई। पुलिस ने पीड़ित पिता की तहरीर पर चारों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, 20 अगस्त 2025 की रात करीब 10 बजे ककवन थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी शौच के लिए घर से कुछ दूरी पर खेतों में गई थी। इसी दौरान गांव के ही चार युवक—दीपू यादव, रविंद्र यादव, अरुण उर्फ भोला, और इक्कू यादव—ने किशोरी को जबरन अगवा कर लिया। आरोपियों ने किशोरी के मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे सुनसान जगह पर ले गए और बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसे धमकी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो उसे जान से मार देंगे।

किशोरी किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर घर पहुंची और रोते हुए परिजनों को अपनी आपबीती सुनाई। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और ककवन थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस की कार्रवाई

ककवन थाने के प्रभारी जितेंद्र राजपूत ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। पीड़ित पिता की तहरीर के आधार पर चारों आरोपियों—दीपू यादव, रविंद्र यादव, अरुण उर्फ भोला, और इक्कू यादव—के खिलाफ गैंगरेप, अपहरण, एससी/एसटी एक्ट, और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में गांव के कई घरों में छापेमारी की, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

एसीपी बिल्हौर अमरनाथ यादव ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच पूरी कर ली गई है और जांच तेजी से की जा रही है। पुलिस ने पीड़ित परिवार को सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

सामाजिक और व्यवस्थागत सवाल

यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है। पीड़िता के परिवार ने बताया कि उनके घर में शौचालय की सुविधा नहीं होने के कारण किशोरी को खुले में शौच के लिए जाना पड़ा, जिसका फायदा उठाकर यह वारदात हुई। स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय के दावों के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी सुविधाओं की कमी इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। इसके अलावा, परिजनों ने पुलिस पर शुरुआती लापरवाही और बयान बदलवाने का दबाव बनाने का आरोप भी लगाया है, जो व्यवस्था की कमियों को उजागर करता है।

ग्रामीणों में आक्रोश

इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भारी आक्रोश पैदा किया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि नारी सुरक्षा और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर भी सवाल उठाती है।

पुलिस का दावा

पुलिस का कहना है कि सभी संभावित स्थानों पर छापेमारी की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मेडिकल रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के नतीजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।