
लखनऊ, 5 सितंबर 2025
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की पुलिस और सरकार जनता से खुलेआम वसूली कर रही है। सनसनीखेज खुलासे में अखिलेश ने बताया कि उनकी सरकारी गाड़ी पर आगरा एक्सप्रेसवे पर ओवरस्पीडिंग के लिए 8 लाख रुपये का भारी-भरकम चालान थोप दिया गया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सरकार ने हमें ऐसी गाड़ी दी जो चलने लायक नहीं, फिर भी इतना बड़ा चालान? ये साफ वसूली है।”
“पूरा सिस्टम बीजेपी चला रही” अखिलेश ने बीजेपी पर सिस्टम को अपने कब्जे में लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पुलिस वसूली में लगी है, और बीजेपी के लोग पूरा तंत्र चला रहे हैं। जनता को सुविधाएं नहीं, सिर्फ टैक्स का बोझ थोपा जा रहा है।” उन्होंने जीएसटी दरों में बदलाव को भी चुनावी हथकंडा करार दिया और कहा कि इससे मुनाफाखोरी पर कोई लगाम नहीं लग रही।
‘मेक इन इंडिया’ पर सवाल, चीनी सामान पर हमला अखिलेश ने ‘मेक इन इंडिया’ के नारे को खोखला बताते हुए कहा कि बाजार चीनी सामान से अटे पड़े हैं, जो यूपी की ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना को चौपट कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “ट्रंप के टैरिफ ने बीजेपी के मुंह पर ताला लगा दिया है, लेकिन ये लोग हमारे बाजारों को चीन के माल से भर रहे हैं।”
शिक्षा और रोजगार पर भी घेरा सपा प्रमुख ने शिक्षा और रोजगार के मुद्दे पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने 69,000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि स्कूल बंद हो रहे हैं, और युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। अखिलेश ने वादा किया, “सपा की सरकार आएगी तो शिक्षा और रोजगार हमारी प्राथमिकता होगी।”
‘टोंटी चोर’ और पुराने जख्म अखिलेश ने बीजेपी विधायक केतकी सिंह के पुराने ‘टोंटी चोर’ वाले बयान को भी याद किया। उन्होंने कहा, “मेरे घर को गंगाजल से धुलवाया गया था, ये अपमान मैं कभी नहीं भूलूंगा।” साथ ही, उन्होंने सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी पर एक पुराने स्टिंग ऑपरेशन का जिम्मेदार ठहराया।
“493 दिन बाकी, जनता जवाब देगी” अखिलेश ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी सरकार के अब सिर्फ 493 दिन बचे हैं, और 2027 के चुनाव में जनता हिसाब बराबर करेगी। उन्होंने दावा किया कि जनता का गुस्सा बीजेपी को सत्ता से बाहर कर देगा।
क्या है पूरा मामला? अखिलेश का यह बयान न सिर्फ उनके गाड़ी के चालान से जुड़ा है, बल्कि यह सरकार की कार्यप्रणाली और आर्थिक नीतियों पर तीखा हमला है। अभी तक यूपी पुलिस या प्रशासन की ओर से इस चालान या आरोपों पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है। यह मामला सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है, और लोग इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
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