मेरठ के ब्रह्मपुरी के इंदिरानगर में सुनीता मिश्रा की हत्या में पुलिस कई एंगल पर जांच में जुटी है। कातिल के बारे में पुलिस को अभी तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है। लेकिन जिस तरह से वारदात हुई है, उससे एक बात साफ हो गई है कि कातिल का मकसद सुनीता की हत्या करना ही था।

कातिल को घर के बारे में पूरी जानकारी थी। कहां पर रिवाल्वर रखी है, कहां पर डीवीआर है। इस सबकी उसको पूरी जानकारी थी। इससे साफ है कि कातिल पहली बार घर में नहीं आया था, उसका पहले से आना जाना था। इन तमाम सवालों के जवाब पुलिस को सुनीता मिश्रा के पति राधेश्याम मिश्रा दे सकते हैं, लेकिन वे अभी अपने पैतृक गांव में ही हैं। ऐसे में पुलिस अब तक सिर्फ सीसीटीवी के जरिए ही कातिल तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

मूलरूप से सुलतानपुर जिले के अमाऊ जासरपुर गांव निवासी राधेश्याम मिश्रा ब्रह्मपुरी के इंदिरानगर की गली नंबर दो में रहते हैं। राधेश्याम बागपत रोड स्थित कैलाश अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन हैं। शुक्रवार रात को राधेश्याम की पत्नी सुनीता मिश्रा घर पर थीं। पति अस्पताल में ड्यूटी पर थे।

शनिवार सुबह राधेश्याम घर पहुंचे तो सुनीता का शव नीचे पड़ा हुआ था। उनके कनपटी पर दाएं तरफ गोली लगी थी। राधेश्याम की लाइसेंसी रिवाल्वर सुनीता के हाथ में रखी हुई थी। सिर पर भी चोट का निशान था। घर से बुलेट बाइक गायब थी। बुलेट को कातिल कुछ दूर जाने के बाद सड़क पर छोड़ गया था। इसके बाद वह ई-रिक्शा से भैसाली बस अड्डे तक पहुंचा और फिर वह फुटेज में नहीं दिखा।

सीसीटीवी में देखकर खोला होगा गेट
अब तक की जांच में पुलिस मानकर चल रही है कि कातिल के गेट पर पहुंचने पर सुनीता मिश्रा ऊपर वाले कमरे में होंगी। वहां पर सीसीटीवी लगा था। उन्होंने उसी कमरे से कातिल को देखने के बाद दरवाजा खोला होगा। दरवाजे खोलते ही कातिल ने पत्थर के टुकड़े से सुनीता के सिर पर वार किया।बेहोश होने के बाद राधेश्याम की लाइसेंसी रिवाल्वर लाकर उसको गोली मारकर रिवाल्वर हाथ में रख दी। पुलिस अब इस सवाल का जवाब ढूंढ रही है कि ऐसा कौन परिचित हो सकता है, जो घर में आता-जाता रहता हाे। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि राधेश्याम मिश्रा पैतृक गांव से अभी वापस नहीं आए हैं। उनके आने के बाद कई बातें स्पष्ट हो पाएंगी।
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