बिजनौर। जिले में निजी अस्पताल जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण करने में लापरवाही बरत रहे हैं। इसको लेकर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग और नगरपालिका की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। टीम ने जैव चिकित्सा अपशिष्ट का सही निस्तारण नहीं होने पर दो अस्पतालों पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि जैव चिकित्सा अपशिष्ट का सही निस्तारण नहीं करने वाले निजी अस्पतालाें पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी बीच बुधवार को जजी चौक स्थित श्रेया हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर मल्टी स्पेशलिटी पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। यहां टीम को अस्पताल के खुले क्षेत्र में जैव चिकित्सा अपशिष्ट पड़ा हुआ मिला। जैव चिकित्सा अपशिष्ट डालने के लिए कोई डिब्बे भी नहीं थे। इसके अलावा जजी चौक स्थित एक अन्य अस्पताल पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया। यहां प्रयोग की गई बेड सीट खुले में रखी हुई थी। हेपेटाइटिस बी, टिटनेस के टीके, लॉक बुक सहित अन्य बिंदु अधूरे मिले। डॉ. हितेंद्र वर्मा ने बताया कि इससे पहले इसी मामले में तीन अस्पतालों के लाइसेंस 10 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिए गए थे। इस मौके पर नगरपालिका टीम की ओर से गोविंद चौधरी आदि मौजूद रहे।

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