
कानपुर देहात में चार साल पहले गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठे बिकरू कांड को भले ही चार साल पूरे हो गए हैं लेकिन आज भी उस कांड की धमक लोगों से लेकर पुलिस के जहन में मौजूद है। हालांकि सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों और विकास दुबे की मौत के बाद दर्ज हुए तमाम मामलों में से सिर्फ चार मामलों में ही जांच पूरी हो सकी है। पुलिस कर्मियों की हत्या से लेकर तमाम मामलों में आज भी पुलिस या तो जांच को पूरा नहीं कर सकी या फिर कोर्ट में अक्सर उन मामलों में कोर्ट में सुनवाई में चल रही है।
वर्तमान में मुख्य मामले के साथ कई मामले कानूनी दांव पेच के चलते लंबित चल रहे हैं। वहीं, गैंगस्टर के मामले समेत चार मामलों में अभियोजन पक्ष की पैरवी से सुनवाई पूरी होने पर अदालत अपना निर्णय देते हुए कई अभियुक्तों को सजा सुना चुकी है। दो जुलाई 2020 की रात बिकरू में दबिश देने गई पुलिस टीम पर दहशतगर्द विकास दुबे और उसके गुर्गों ने ताबतोड़ गोलियां बरसा दी थीं।
इसमें तत्कालीन सीओ बिल्हौर समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। वहीं कई पुलिस कर्मी घायल हुए थे। बिकरू कांड के दूसरे दिन तक हुए घटनाक्रम में पुलिस ने विकास दुबे सहित 21 नामजद व 60-70 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या, लूट सहित अन्य गंभीर धाराओं में तीन अलग अलग मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद पुलिस ने कानपुर देहात, कानपुर और अन्य शहरों में 80 मुकदमे दर्ज किए।
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