होली के उल्लास के बीच सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। बाजार में मिलावटी खोवा और पनीर की भरमार है। जानकारों की मानें तो धंधेबाज पाउडर और रिफाइंड ऑयल से बना खोवा और सोयाबीन मिश्रित पनीर बाजार में खपा रहे हैं। ऐसे में बाजार जाएं तो खरीदारी थोड़ा सतर्क रहकर करें। ज्यादा चकमदार खोवा या पनीर की चकाचौंध में न आएं। जांच-परखकर ही खरीदें, वरना बीमार पड़ सकते हैं।
मिठाई व गुझिया बनाने के लिए खोवा की जबरदस्त मांग है। मार्केट में मांग से भी अधिक खोवा मौजूद है। साढ़े पांच सौ रुपये किलो से लेकर 220 रुपये किलो तक के भाव हैं। पनीर भी 300 से लेकर 160 रुपये किलो तक बिक रहा है। दरअसल, रेट का यह खेल इनमें हो रही मिलावट के चलते ही है। बाजार की बढ़ी मांग को यह मिलावटी खोवा और पनीर से पूरा किया जा रहा है।
आलम यह है कि एक विशेष प्रकार के पाउडर को रिफाइंड ऑयल के साथ गूंथकर मावा तैयार हो जा रहा है। वहीं पाउडर और सोयाबीन के विशेष मिश्रण को फ्रीज में जमाकर बिल्कुल असली जैसा पनीर बनाया जा रहा है। बीते दो दिनों में मार्केट में 450 किलो खोवा पकड़ा भी जा चुका है।
शहर की एक दुकान पर मिठाई बनाने का काम करने वाले छोटेलाल ने बताया कि मिठाई और गुझिया की बहुत डिमांड है। इतना असली खोवा से दे पाना संभव नहीं है। असली खोवा का रेट 500 रुपये प्रति किलो से ऊपर है। उससे मिठाई या गुझिया बनाने में जितनी लागत आएगी, उस हिसाब से बिक्री मूल्य नहीं मिलेगा। दुकान के काउंटर में दिखाने के लिए जो मिठाई बनाई जाती है, उसमें गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखा जाता है। बाकी मार्केट में जो मिल रहा है, उससे ही बनाना पड़ेगा।

More Stories
गोरखपुर: दोस्तों ने 40 हजार की पिस्टल के विवाद में अंबुज का काटा सिर, उंगलियां भी काटीं; पहचान मिटाने के लिए रक्षासूत्र-कड़ा तक उतारा
यूपी में अब नहीं रहेंगे अवैध बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठिए, हर मंडल में बनेंगे डिटेंशन सेंटर; CM योगी का सख्त आदेश
शामली में बढ़ते फर्जी प्रोफेशन वाले फ्रॉड विवाह: इंजीनियर-डॉक्टर बनकर रचाई शादी, बाद में निकले ड्राइवर-किसान-मजदूर